Solar Pump Subsidy Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने और खेती की लागत कम करने के लिए एक बड़ी योजना लेकर आई है। यह योजना प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) के तहत चलाई जा रही है। इसके जरिए किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे और सरकार किसानों को 90% तक की सब्सिडी सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर करेगी।
छोटे और बड़े किसानों के लिए अलग प्रावधान
नई व्यवस्था के तहत छोटे किसानों को केवल 10% राशि और बड़े किसानों को 20% राशि का ही भुगतान करना होगा। बाकी का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। इससे किसानों पर वित्तीय दबाव कम होगा और उन्हें आधुनिक तकनीक अपनाने का अवसर मिलेगा।
सीधे बैंक खाते में पहुंचेगी सब्सिडी
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सब्सिडी की राशि सीधे किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होगी। पहले किसानों को लागत का 40% एडवांस जमा करना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें यह बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
किसानों की आय में वृद्धि और प्रदूषण में कमी
सोलर पंप से डीजल और बिजली की खपत घटेगी, जिससे किसानों की लागत में भारी कमी आएगी। यह तकनीक पर्यावरण के अनुकूल है और खेती को प्रदूषण मुक्त बनाएगी। साथ ही, सिंचाई खर्च घटने से किसानों की आय में भी इजाफा होगा।
कितनी होगी किसानों की बचत?
राज्य सरकार ने 2 हॉर्स पावर से 10 हॉर्स पावर तक के सोलर पंपों पर सब्सिडी देने की व्यवस्था की है।
2 HP पंप की कीमत लगभग 1.80 लाख रुपए है, लेकिन छोटे किसान को सिर्फ 18,000 रुपए देने होंगे।
5 HP पंप की लागत लगभग 4.80 लाख रुपए है, जिसमें किसान का योगदान केवल 48,000 रुपए होगा।
इस तरह किसान बहुत कम लागत में सोलर पंप खरीद पाएंगे।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आवेदन से पहले खेत में नलकूप खुदवाना अनिवार्य है।
चयन प्रक्रिया “पहले आवेदन, पहले लाभ” और पारदर्शी लॉटरी सिस्टम पर आधारित होगी।
इससे सभी पात्र किसानों को निष्पक्ष तरीके से लाभ मिलेगा।
भविष्य में बढ़ेगी सब्सिडी दर
वर्तमान में किसानों को 60% तक सब्सिडी दी जा रही है। लेकिन राज्य सरकार ने घोषणा की है कि कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही इसे बढ़ाकर 90% तक कर दिया जाएगा।